अत्याचार
बाहर लोगों के तलवे चाटने वाले नामर्द घर पर बीवी की शामे शेर बनते हैं।उनको जलील करते है मारपीट करते है।ऐसे गंदी नाली के कीड़े बीवी बच्चो को नीचा दिखाते है लेकिन असली गंद तो वही होते हैं।
इन्ही घरेलू जगड़ो की वजह से हमारे एरिया के एक औरत ने खुद को फांसी लगा ली और एक diary लिख रही थी वो जिसमे हर एक दिन का ज़िक्र है सुबह से लेके शाम तक वो क्या करती थी,उसको क्या क्या बोला जाता था।पति को अरेस्ट कर लिया है बस उसके 2 बच्चे है एक लड़का और एक लड़की।।दोनों को अब अनाथाश्रम में अपनी जिंदगी बितानी होगी।
में बस इतना कहूंगी अगर एक घर मे पती,पत्नी रह रहे है तो फिर सारा ठेका क्या बीवी ने ही ले रखा है।पति को थोड़ी बहोत तो मदत करनी चाइए।हमेशा बीवी. को गालियां देना मारपीट करना खुद के घरवालों के सामने ज़लील करने में कौनसी मर्दानगी है????
एक बात याद रखना जिस घर मे अगर एक पति अपने पत्नी की इज्जत नही करता तो उस औरत के ससुराल वाले भी नही करेंगे।और एक बात बहोतसे घर मे सास अपने बेटे की जिंदगी में दखल अंदाजी करती है।तो बस इतनाही कहना है किसी और कि बेटी अगर आपकी बहु है तो पहले उसकी गलतिया निकालने की बजाय पहले आपके बेटे में कितनी सच्चाई है उसे देखे।अकसर बेटा गलत भी हो तो उनकी माँ बहु को जलिल करती रहती है। ये हक्क अब किसी सास को नही की किसी बहु को जलील करो।जब सिक्का खुद का खोटा हो तो नोटों को खोटा साबित करने से नोट खोटे नही हो जाते।
और बस इतनाही नही सबसे खतरनाक चीज़ तो दारू है जो आग में घी की तरह काम करती है।एक वीमेन abuse के अभ्यास के अनुसार 80% से भी ज्यादा लोग दारू पीने के बाद सबसे ज्यादा तकलीफ देते है।पर उनको तो बीवी से ज्यादा दारू अच्छी लगती है तो क्या बोलेंगे।
एक और महत्वपूर्ण मुद्दा है शारीरिक संबंधों।पत्नी के मर्जी के बगैर उसको छुना या फिर ज़बरदस्ती क्यों करनी होती है।अगर कोई औरत नही रखना चाहती शारिरिक संबंध तो आप क्यों जबरदस्ती करते है।वो मना कर देती हैं तो उन्हें आप रंडी है,कही बाहर किसी और को छाती खोलके देती होगी ये सब कहने लगे जाते है।ये इस हद्द तक गिर जाते है।कोई औरत अगर आपके साथ नही संबंध रखने चाहती तो उसके वजह आप ही है।कोई औरत बार बार पति से गाली खाने के बाद या फिर मार खाने के बाद आप उससे कैसे ये उम्मीद लगा सकते है कि वो आपको उसे अपना शरीर दे।अगर घर मे पैसो की दिक्कत आती है और वो अपने माँ बाप से पैसे नही लाती है तो आप उसे कहते हो किसी के भी नीचे जा के सो और पैसे लाओ।तो फिर आप किस लिए उससे उम्मीद करते हो कि वो आपके साथ इस तरीके से जीवन बिताए।ऊपर दी हुई गाली बहोत गंदी है।अगर उसको रंडी बनना होता तो वो कोठे पर जाती ऐसे मारपीट करनेवाले पति के साथ जीवन नही रहती।ये गाली किसी भी महिला को तोड़ देती है।क्योंकि इतना घिनोना शब्द कभी वो किसी से नही सुनना चाहती,अगर वो ऐसे कुछ कर ही नही रही है।ये पोस्ट हर कोई जो पढ़ रहा होगा उन्हें वो गाली पढ़कर ही गुस्सा आसमान तक पहोंचा होगा तो एक औरत अपने पति से ऐसी गाली सुनके इतने घिनौना सुनके कैसे उसके साथ रह सकती है।और खुद का बेटा ऐसे सब कहता है ये सब जानने के बाद अगर कोई माँ अपने बेटे को कुछ ना कहके बहु को ही कोसे न तो फिर गंद कहा है ये वो औरत समझ ही जाती है।वो ऐसे पति और ससुराल वालों के साथ नही रह सकती कभी।या तो वो अलग हो जाना चाहती है या फिर आत्महत्या कर लेती है।
जब तक एक पति अपने पत्नियों वो वो दर्जा नही देगा।हमेशा नीच दर्जा तब तक आत्महत्या होते रहेंगी।क्योकि जब शादी करके एक लड़की ससुराल जाती है तो ये कहके वापस मायके नही जयना चाहती क्योंकि वो जानती है कि उसकी गलती नही भी हुई तो भी लोग उसी को कोसेंगे उसके माँ बाप को गलत कहेंगे और ये एक लड़की कभी नही चाहती।पति से तलाक लेके स्वतंत्र जिंदगी जीना चाहो तो पति तलाक नही देता,ऊपर से धमकी देने लगता है की अगर तुमने adultary का केस किया तो फिर में ऐसे जताऊंगा की तुम वीमेन कार्ड प्ले कर रही हो,और सहानभूति ले जाऊंगा।इसलिए अच्छे से अच्छे घर की लड़की भी आत्महत्या जैसे कदम उठाती है।
अगर कोई औरत ये सब नही झेलना चाहती,और खुद के दम पर जीना चाहती है,तो उसको स्वतंत्र किया जाए,कोई भी लड़की पतियो का मार खाने,ससुराल के लोगो से जलील होने नही आती है।कृपया इस बात पर गौर करे।वरना आत्महत्या बानी रहेगी।
true story... still it's happening in several areas, special in rural areas.
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